Headline
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर ब्रह्ममुहूर्त में सुबह चार बजे खुलेंगे आदिबदरी मंदिर के कपाट
मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर ब्रह्ममुहूर्त में सुबह चार बजे खुलेंगे आदिबदरी मंदिर के कपाट
अगली बार मिलो तो गले में होना चाहिए गोल्ड मेडल- रेखा आर्या
अगली बार मिलो तो गले में होना चाहिए गोल्ड मेडल- रेखा आर्या
टिहरी जलाशय से प्रयागराज कुम्भ स्नान के लिए हो रही है पर्याप्त जल की आपूर्ति- महाराज
टिहरी जलाशय से प्रयागराज कुम्भ स्नान के लिए हो रही है पर्याप्त जल की आपूर्ति- महाराज
आशीष ध्यानी बने उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष, कहा पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा करना प्राथमिकता
आशीष ध्यानी बने उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष, कहा पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा करना प्राथमिकता
मकर संक्रांति के अवसर पर रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है फिल्म ‘संक्रांतिकी वस्थुन्नम’, अब तक एक लाख से ज्यादा टिकट की हो चुकी है बुकिंग
मकर संक्रांति के अवसर पर रिलीज होने के लिए पूरी तरह से तैयार है फिल्म ‘संक्रांतिकी वस्थुन्नम’, अब तक एक लाख से ज्यादा टिकट की हो चुकी है बुकिंग
प्रदेश की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा पहनकर पारंपरिक रूप से करें खिलाड़ियों का स्वागत- सीएम धामी 
प्रदेश की महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा पहनकर पारंपरिक रूप से करें खिलाड़ियों का स्वागत- सीएम धामी 
मुख्यमंत्री धामी ने पौड़ी बस हादसे में मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने के दिए निर्देश 
मुख्यमंत्री धामी ने पौड़ी बस हादसे में मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने के दिए निर्देश 
क्या आप रोजाना अच्छी नींद ले पा रहे हैं? अगर नहीं, तो आपकी सेहत पर हो सकता है इसका दुष्प्रभाव 
क्या आप रोजाना अच्छी नींद ले पा रहे हैं? अगर नहीं, तो आपकी सेहत पर हो सकता है इसका दुष्प्रभाव 
पर्यटन में नई उपलब्धियों के साथ आगे आ रहा उत्तराखंड
पर्यटन में नई उपलब्धियों के साथ आगे आ रहा उत्तराखंड

तीन नवंबर को भैयादूज के शुभ अवसर पर बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट 

तीन नवंबर को भैयादूज के शुभ अवसर पर बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट 

10 मई को खुले थे कपाट 

तीन नवंबर को सुबह 8.30 बजे बंद किए जाएंगे धाम के कपाट 

देहरादून। केदारनाथ धाम के कपाट तीन नवंबर को भैयादूज पर सुबह साढ़े आठ बजे बंद होंगे। इसी दिन बाबा की चल विग्रह उत्सव डोली रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया, इस वर्ष 10 मई को धाम के कपाट खुले थे।

अभी तक यहां 13 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं। बताया, केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए परंपरानुसार भैयादूज पर्व तीन नवंबर को सुबह 8.30 बजे बंद किए जाएंगे।

बाबा केदार की पंचमुखी भोगमूर्ति चल विग्रह उत्सव डोली में विराजमान होकर धाम से अपने शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिए प्रस्थान करेगी और रात्रि प्रवास के लिए पहले पड़ाव पर रामपुर पहुंचेगी। चार नवंबर को बाबा केदार की डोली विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में विश्राम करेगी। 
Back To Top