Headline
हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले को छोड़ बाकी सभी जिलों में पाला पड़ने का येलो अलर्ट जारी
हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिले को छोड़ बाकी सभी जिलों में पाला पड़ने का येलो अलर्ट जारी
11 से 21 दिसंबर तक चलने वाली अग्निवीर भर्ती परीक्षा हुई शुरु, केंद्र के आसपास पुलिस और सेना के कड़े इंतजाम 
11 से 21 दिसंबर तक चलने वाली अग्निवीर भर्ती परीक्षा हुई शुरु, केंद्र के आसपास पुलिस और सेना के कड़े इंतजाम 
वजन कम करने के लिए खाते हैं ज्यादा फल, तो हो जाएं सावधान, सेहत को हो सकते हैं बड़े नुकसान
वजन कम करने के लिए खाते हैं ज्यादा फल, तो हो जाएं सावधान, सेहत को हो सकते हैं बड़े नुकसान
खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया 35वीं सीनियर राष्ट्रीय कैनो – स्प्रिंट चैंपियनशिप का शुभारंभ
खेल मंत्री रेखा आर्या ने किया 35वीं सीनियर राष्ट्रीय कैनो – स्प्रिंट चैंपियनशिप का शुभारंभ
सीएम ने बेसहारा एवं बेघर लोगों को कंबल वितरित किए
सीएम ने बेसहारा एवं बेघर लोगों को कंबल वितरित किए
खाद्य पदार्थों की कीमतें तेजी से बढ़ी
खाद्य पदार्थों की कीमतें तेजी से बढ़ी
आम आदमी पार्टी ने किया बड़ा ऐलान, ऑटो वालों को दी पांच बड़ी गारंटी
आम आदमी पार्टी ने किया बड़ा ऐलान, ऑटो वालों को दी पांच बड़ी गारंटी
वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस में भोजन से लेकर मनोरंजन तक में उत्तराखंडी छाप
वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस में भोजन से लेकर मनोरंजन तक में उत्तराखंडी छाप
एयर इंडिया ने विमान निर्माता कंपनी एयरबस को 100 नए विमान खरीदने का दिया ऑर्डर 
एयर इंडिया ने विमान निर्माता कंपनी एयरबस को 100 नए विमान खरीदने का दिया ऑर्डर 

कांग्रेस सरकार ने मंदिरों पर 10% टैक्स लगाने का किया ऐलान, भाजपा ने कहा- हिन्दू विरोधी

कांग्रेस सरकार ने मंदिरों पर 10% टैक्स लगाने का किया ऐलान, भाजपा ने कहा- हिन्दू विरोधी

नई दिल्ली। कनार्टक में कांग्रेस सरकार ने विधानसभा में एक बिल पारित किया जो कि मंदिरों पर टैक्स लगाने के संबंध में है। जिसके तहत वो मंदिर जिनकी इनकम 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है उनपर उन्हें 10% टैक्स देना होगा वहीं जिन मंदिरो की इनकम 1 करोड़ से कम और 10 लाख से ज्यादा है तो उनपर 5% टैक्स सरकार लगाएगी। इस बिल का नाम है ‘कर्नाटक हिंदू धार्मिक संस्थान और धर्मार्थ बंदोबस्ती विधेयक 2024’(Karnataka Hindu Religious Institutions and Charitable Endowments Bill 2024)। इस बिल को लेकर बीजेपी समेत कई संत कांग्रेस सरकार के विरोध में सामने आए। वहीं कांग्रेस ने इसका बिल का बचाव करते हुए कहा कि इस बिल को पास करने का मकसद राज्य में 40 से 50 हजार पुजारियों की मदद करना है।

बीजेपी के विरोध का जवाब देते हुए मंत्री रामलिंगा रेड्डी का कहते हैं कि हम हिंदू विरोधी नहीं हैं। बीजेपी के लोग हिंदू विरोधी है। ये कानून पहले 2003 में अस्तित्व में आया था। जिसके बाद इस कानून को लेकर साल 2011 में संशोधन किए गए। उस समय 5 लाख रुपये की आय वाले लगभग 34,000 मंदिर थे। जिन्होंने धर्मिका परिषद के लिए कोई पैसा नहीं दिया। वहीं वो मंदिर जिनकी इनकम 5 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक है, उन्हें 5% धर्मिका परिषद को देना पड़ता है। इसके अलावा कर्नाटक में 10 लाख रुपये से अधिक आय वाले लगभग 205 मंदिर – उन्हें 10% देना होगा। इन मंदिरो ने साल 2011 में विधानसभा में इस संशोधन को मंजूरी दी थी। हिंदू विरोधी कौन है? भाजपा कर्नाटक में सबसे ‘सी ग्रेड’ मंदिरों के हित में है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top